
बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। सभी पार्टियां मैदान में सक्रिय हैं और चुनावी रैलियां व आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।
लेकिन इस बार एक बात ने सबका ध्यान खींचा: भाजपा ने 6 जिलों में अपना कोई भी उम्मीदवार नहीं उतारा।
किन 6 जिलों में BJP नहीं उतरी?
इस बार मधेपुरा, खगड़िया, शेखपुरा, शिवहर, जहानाबाद और रोहतास जिलों में भाजपा ने कोई प्रत्याशी नहीं उतारा। इनमें से 3 जिले पहले चरण में और बाकी 3 दूसरे चरण में चुनाव होंगे। इसके अलावा कुछ जिले ऐसे हैं जहां सिर्फ एक-एक सीट पर ही BJP उम्मीदवार मैदान में हैं। जैसे: सहरसा, लखीसराय, नालंदा, बक्सर, जमुई।
भाजपा के लिए सबसे ज्यादा उम्मीदवार कहां?
पश्चिम चंपारण: 8 उम्मीदवार (पिपरा, कल्याणपुर, मोतिहारी, हरसिद्धि, मधुबन, रक्सौल, ढाका, चिरैया) कुल 12 सीटों में 8 पर भाजपा चुनाव लड़ रही है। पूर्वी चंपारण: 9 में से 7 सीटों पर BJP उम्मीदवार। पटना: 14 में से 7 सीटों पर प्रत्याशी।
- दरभंगा: 6 सीटें
- भोजपुर: 5 सीटें
- मुजफ्फरपुर: 5 सीटें
- मधुबनी: 5 सीटें
चंपारण और पटना क्षेत्र भाजपा के लिए स्ट्रेटेजिकली महत्वपूर्ण हैं।

कुल सीट वितरण 2025
- BJP + JDU: 101-101 सीटें
- LJP: 29 सीटें
- HAM + RLSP: 6-6 उम्मीदवार
- बिहार विधानसभा में कुल: 243 सीटें
चुनावी रैली और प्रचार
भाजपा और उसके गठबंधन NDA ने जोरो-शोरों से प्रचार अभियान शुरू कर दिया है। उम्मीदवारों की रणनीति और सीटों का चयन इस बार चुनाव को दिलचस्प मोड़ दे रहा है।
Election Insights
BJP का फैसला 6 जिलों में नॉन-कंटेस्टिंग सबको चौंकाने वाला है। चंपारण और पटना की सीटें इस बार फोकस एरिया बनी हुई हैं। छोटे दलों की भागीदारी भी चुनाव को तुलनात्मक और रोमांचक बनाएगी।
